सऊदी अरब मे ईद कब हैं
सऊदी अरब में ईद कब है : सबको ईद उल फितर का इंतजार रहता है ईद की तारीख चांद को देखकर तय की जाती है, सऊदी अरब में हमारे मुल्क हिंदुस्तान से एक दिन पहले वहां पर ईद उल फितर अदा की जाती है, जैसे ही रमजान का मुबारक महीना खत्म होना शुरू होता है, वैसे ही हम लोगों के जहां में यह बात आती है कि सऊदी अरब में ईद का चांद नजर आया या नहीं वैसे तो हमको ईद उल फितर की फिक्र करने से पहले रमजान मुबारक करनी चाहिए कि अल्लाह तबारक व ताला हमें उसकी रहमतों बरकतों से। नवाज दे और हमारी मगफरत हो जाए हजरत आयशा रज़ी अल्लाह ताला अन्हा फरमाती है कि सरकारी दो आलम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम रमजान उल मुबारक से अल्लाह की इबादत किया करते थे हमको भी उसी तरह से इबादत करनी है हम लोग यह सब छोड़कर सऊदी अरब के चांद में बहुत इंटरेस्ट रखते हैं।
हिंदुस्तान मे ईद कब हैं ?
मेरी प्यारे दोस्तों आज सऊदी अरब के रॉयल कोर्ट ने यह ऐलान किया है कि बुद्धवार के दिन 10 अप्रैल को ईद उल फितर मनाई जाएगी 9 अप्रैल को वहां पर ईद उल फितर का चांद नजर आ गया है और इंशाल्लाह तबारक व ताला आज का चांद नजर सऊदी में आज 10 अप्रैल को ईद की नमाज होने का यकीन दिलाता है, तो अब हम बात करते हैं हिंदुस्तान में चांद कब दिखाई देगा तो मेरे प्यारे दोस्तों अंग्रेजी तारीख के मुताबिक बुद्ध के दिन चांद नजर आएगा यानी 10 अप्रैल बुद्ध के दिन चांद नजर आएगा तो हिंदुस्तान में 11 अप्रैल को ईद का दिन होगा खैर आप सभी को ईद उल फितर की एडवांस में बहुत-बहुत मुबारकबाद अगर आपका दिल करे तो हमें भी कमेंट में ईद की मुबारकबाद दे सकते हो।
ईद की तारीख कैसे तय होती हैं?
ईद कब होगी इस सवाल का जवाब जानने के लिए पहले समझ लेते हैं कि ईद की तारीख कैसे होती है इसका आसान जवाब है चांद की गति पर निर्भर करना आपको बता दें कि सऊदी अरब में कल ईद का चांद नहीं दिखाएं इस हिसाब से सऊदी अरब में बनाई जाएगी और इस हिसाब से भारत में गुरुवार यानी 11 अप्रैल को ईद उल फितर होगी त्यौहार की तारीख का ऐलान का इंतजार कर रहे हैं, इस्लाम धर्म में ईद उल फितर त्यौहार है इसी से पहले रमजान का महीना होता है जिसमें मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार में रमजान साल नौवा महीना से शुरू होता, ऑस्ट्रेलियाआई फतवा कौंसिल ने भी सोमवार को ऐलान किया हैं कि बुधवार यानी 10 अप्रैल को ईद उल फितर का त्यौहार मनाया जाएगा इस ऐलान से तय हो गया हैं।
ईद क्यों मनाया जाता हैं?
आखिरकार रमजान क्यों मनाया जाता है रमजान इस्लामिक कैलंडर के अनुसार 29 दिन तो कभी 30 दिन का होता है। रमजान शब्द एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ है चिलचिलाती गर्मी तथा सूखापन, इस्लामी विश्वास के अनुसार इस महीने की 27वीं रात को मोहम्मद साहब पर कुरान नाजिल हुई थी।और इसीलिए इस महीने में कुरान को पढ़ना पुण्य कार्य माना जाता है, यह भी माना जाता है कि रमजान महीने अधिक गर्म होने के कारण मोहम्मद साहब ने पैगाम दिया कि चिलचिलाते गर्मी से बचने के लिए अधिक से अधिक समय अपने घर में ही बिताए और यही वह सही समय है, जब अल्लाह की इबादत पूरे जतन से की जा सकती है, इस महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं उपवास को अरबी में सॉन्ग कहा जाता है। इसलिए इस महीने को अरबी में महेश श्याम भी कहते हैं रोजे रखने वाले रोजेदारों द्वारा सूर्य उगने से पहले थोड़ा भोजन खाया जाता है और सुबह के समय को शेयरी कहा जाता है जबकि दिन भर रोजा रखने के बाद शाम को रोजेदारों द्वारा जिस भोजन को ग्रहण किया जाता है, उसे बिस्तर कहते हैं रोजेदार रोजा को खजूर खाकर तोड़ते हैं। क्योंकि इस्लामी मान्यताओं के अनुसार अल्लाह ने दूध पीकर अपना रोजा और खजूर खाकर तोड़ने को कहा गया था और तब से ही यह परंपरा चली आ रही है। रमजान का यह महीना ईद के चांद के साथ समाप्त होता है। और फिर शुरुआत होती है ईद उल फितर यह मीठी ईद की इस महीने में रोजा रखने के अलावा रात में तरावीह के नमाज पढ़ने कुरान पढ़ना जगा देना और दान धर्म करना आदि कार्यों पर भी ध्यान दिया जाता है। इसलिए इस महीने को नेकियां और आई बढ़त का महीना माना जाता हैं।