Ram mandir: आरएसएस समर्थित मुस्लिम संगठन 6 दिवसीय पैदल मार्च पूरा करके 350 मुस्लिम श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे और राम मंदिर में पूजा अर्चना की, यह यात्रा 25 जनवरी को लखनऊ से शुरू हुआ था और 31 जनवरी को अयोध्या पहुंचा। मुस्लिम श्रद्धालुओं ने बताया कि हमारी यात्रा ‘जय श्री राम‘ का नारा लगाते हुए कड़कड़ाती ठंड के बीच 150 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करके मंगलवार को अयोध्या पहुंचा। यात्रा पूरी होने के बाद मुस्लिम श्रद्धालुओं ने बताया कि भगवान राम हम सब के पूर्वज हैं।
लखनऊ से अयोध्या तक मुस्लिम श्रद्धालुओ की पैदल यात्रा
मुस्लिम श्रद्धालुओं के बयान के अनुसार छह दिवसीय यात्रा के दौरान प्रतिदिन 150 किलोमीटर की दूरी तय की गई, मुस्लिम श्रद्धालुओं ने रामलाल की दर्शन करने के बाद बताया कि अध्यात्मिक दर्शन का यह पल हमारी पूरी जिंदगी में सुखद समृद्धि बना रहेगा। श्रद्धालुओं ने बताया कि 25 किलोमीटर दूरी चलने के बाद हम लोग आराम करते थे और फिर अगली सुबह अपनी यात्रा के लिए निकल जाते थे.
लेकिन इसी बीच मंगलवार को सबकी नजरे एक झुंड पे टिक गई यह झुंड मुसलमानो का था मुस्लिम समाज के लोग राम लाल के दर्शन के लिए ग्रुप बनाकर अयोध्या पहुंचे तो हर कोई बस देखता ही रह गया, ये लोग कार, ट्रेन या प्लेन से नहीं बल्कि पैदल चलकर लखनऊ से अयोध्या 130 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तय किए, मुसलमान का ग्रुप जब मंदिर में पहुंचा तो जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे से मंदिर गूंज उठा, लोगों के माने तो यह तस्वीर गंगा जमुना तहजीब का संदेश दे रही है।
आपको बता दे की ये लोग 25 जनवरी को लखनऊ से निकले और राम भक्त 30 जनवरी को राम मंदिर पहुंचे यानी कुल मिलाकर 5 दिन इन लोगों को लखनऊ से अयोध्या पहुंचने में लग गए, मंदिर परिसर में पहुंचते ही मुस्लिम राम भक्तों ने ‘जय श्री राम‘ के नारे लगाए यह नजारा जिस किसी ने देखा वह बस देखता रह गया। राम मंदिर के अंदर हाथ जोड़कर रामलाल को निहार कर हाथों को जोड़ लिया और सर को झुकाकर रामलाला का आशीर्वाद लिया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। सभी लोगों को देख कर ऐसा लगा की भक्ति में सभी एक ही रंग में रंग गए हो यही तो अयोध्या है, जो अपने रामराज के लिए जानी जाती है, और श्री राम मंदिर में दिखाई दृश्य रामराज के सपने के सरकार होने जैसा लग रहा है।
राम मंदिर पर मुस्लिम देशों की प्रतिक्रिया
राम मंदिर का दरवाजा खुलते ही 57 मुस्लिम देश पागल हो गए हैं, राम मंदिर के दरवाजा खुलते ही बाबर को मसीहा मानने वाले पूरी तरह से रो रहे हैं, भारत में ही कई लोग राम मंदिर खुलने से सदमे में चले गए हैं दुख की बात यह है कि इनमें से कई तो हिंदू भी है जिन्हें फर्जी सेकुलर बनने का शौक है, लेकिन जिसको जितना रोना है रो ले क्योंकि रामलाल तो आ गए हैं राम मंदिर उद्घाटन के बाद जिस चीज का अंदाजा लगाया जा रहा था वह हो गई है 57 मुस्लिम देशों ने राम मंदिर पर जहर उगल दिया है 57 सदस्य वाले मुस्लिम देशों के सबसे बड़े संगठन OIC (Organization of Islamic Cooperation) ने कहा है कि जिस तरह से सैकड़ो साल पुरानी बाबरी मस्जिद को तोड़ कर उसकी जगह मंदिर बनाया गया है, वह एक चिंता का विषय है।
चीता का विषय OIC के मुताबिक राम मंदिर बनना एक खतरनाक बात है, पाकिस्तान खुशियां मना रहा है की OIC ने वही बात कही है जो उसने कही थी, लेकिन आज ना तो पाकिस्तान की कोई कीमत है और ना ही OIC के ज्ञान की, वैसे OIC को उसी के दो सबसे ताकतवर देशों ने चुना लगा दिया है, OIC (Organization of Islamic Cooperation) का सबसे ताकतवर देश संयुक्त अरब अमीरात तो खुद 14 फरवरी को अबू धाबी में एक भव्य मंदिर खोलने जा रहा है। इस मंदिर का उद्घाटन पीएम मोदी कर रहे हैं OIC का एक और ताकतवर देश सऊदी अरब इतिहास में पहली बार हिंदू डेलिगेशन को मदीना शहर लेकर पहुंच गया मदीना शहर में स्मृति ईरानी बिंदी लगाकर और साड़ी पहन कर पहुंच गई।
पूरी दुनिया के मुस्लिम रोते रहे लेकिन सऊदी अरब ने किसी की नहीं सुनी अब आप ही बताइए कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के बिना ओवैसी की क्या ही हैसियत है यानी ओवैसी के दो सबसे ताकतवर देश तो भारत के साथ खड़े हैं।
बाकी बचे हुए 55 मुस्लिम देश गलतफहमी में जी रहे हैं।
Editor In Chief- Dewa Gupta