Hemant Soren: बीते रात झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ED के टीम ने गिरफ्तार कर लिया है, हेमंत सोरेन पर कई घोटाले के मामले शामिल है, कथित तौर पर जमीन घोटाले में उनकी भूमिका को लेकर ईडी ने कई घंटे तक पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया। अब हेमंत सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बन चुके हैं। सोरेन के गिरफ्तार से पहले झारखंड में सियासी ड्रामा शुरू हो गया है, जैसे उनके पिता शिबू सोरेन की गिरफ्तारी से पहले हुआ था। हेमंत सोरेन देश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे जिन्हें पद पर रहते हुए ईडी के टीम ने गिरफ्तार किया।
किस अनुच्छेद के तहत सरकारी अधिकारीयो को गिरफ्तार किया जाता हैं
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत किसी भी मुख्यमंत्री को सिविल मामलों में गिरफ्तारी और हिरासत मे छूट मिली हुई है, तथा क्रिमिनल मामलों में उनकी गिरफ्तारी हो सकती है, ऐसी ही स्थिति में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा तथा विधान परिषद और विधानसभा के सदस्यों के लिए भी है। जबकि राष्ट्रपति और राज्यपाल को कार्यकाल के दौरान उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है।
गिरफ्तारी से पहले किसकी अनुमति लेनी पड़ती है
क्याआप जानते हैं की पुलिस या कोई अन्य एजेंसी किसी राज्य के मुख्यमंत्री को कैसे गिरफ्तार कर सकती है, इसके लिए क्या-क्या कानूनी प्रक्रिया है ,और भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत किसी भी आरोपी पर उसका दोष साबित होने पर वह दोषी होता है, इसके लिए उसकी गिरफ्तारी सिविल और क्रिमिनल दोनों ही मामले में हो सकती है। जबकि मुख्यमंत्री के गिरफ्तारी का मामला का अलग नियम है, कोड ऑफ़ सिविल प्रोसीजर के तहत मुख्यमंत्री के संबंध में गिरफ्तारी के विशेष प्रावधान दिए गए हैं। कोड ऑफ़ सिविल प्रोसीजर 135 के अंतर्गत किसी भी मुख्यमंत्री या विधान परिषद के सदस्य को गिरफ्तारी में छूट दी गई है। जबकि यह छूट केवल सिविल मामले में ही दी गई है।
इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हो सकती है
अनुच्छेद 61 के तहत भारत के राज्यपाल और राष्ट्रपति को उनके पद पर आसिन रहते हुए गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। यह नियम केवल सिविल और क्रिमिनल मामले में ही लागू है, हालांकि राष्ट्रपति और राज्यपाल को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद दोनों को गिरफ्तार किया जा सकता है।
झारखण्ड मे किसने पूरा किया कार्यकाल
Hemant Soren news in Hindi हेमंत सोरेन ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बावजूद भी अपने कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए, झारखंड में अभी तक के इतिहास में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को छोड़कर आज तक कोई भी मुख्यमंत्री अपना कार्यकाल 5 वर्ष तक पूरा नहीं किया। कार्यकाल पूरा नहीं करने वाले मुख्यमंत्री के लिस्ट में हेमंत सोरेन का नाम भी शामिल हो गया।
किस मामले में गिरफ्तारी हुई
दरअसल हेमंत सोरेन पर ईडी ने इस मामले में समन जारी किया है, रांची में सेना के जमीन पर अवैध कब्जा, जाच के दौरान 4.55 एकड़ जमीन को फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन पर कब्जा किया। हालांकि इसके अलावा हेमंत सोरेन के ऊपर कोयला घोटाले का भी मामला चल रहा है। जांच के दौरान हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास से 35 लाख कैश बरामद किया गया। हेमंत सोरेन के नेट वर्थ करोड़ों में है।
लालू यादव की गिरफ़्तारी भी ऐसे ही हुई थी
आपको बता दे की 950 करोड रुपए के चारा घोटाले में लालू यादव को कोर्ट ने दोषी उठहराया था, इस महाघोटाला का मुख्य आरोपी को गिरफ्तारी करने के लिए सीबीआई के टीम को सेना की मदद लेनी पड़ी थी।
सिबू सोरेन पर आरोप
मधु कोड़ा और शिबू सोरेन के बाद हेमंत सोरेन गिरफ्तार होने वाले झारखंड के तीसरे मुख्यमंत्री हैं। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा भ्रष्टाचार के मामले में जेल गए थे, हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन को अपने निजी सचिव शशि नाथ झा के हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
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