Today petrol diesel rate: केंद्र सरकार ने आम आदमी के लिए बड़ी राहत के तौर पर Petrol diesel rate की कीमतों को कम करने का ऐलान कर दिया है, और आज सुबह 6:00 बजे से यह जो नया ऐलान है जो नई कीमतें हैं वह लागू भी हो चुकी है, आज इस लेख में मैं आपको बताने वाला हूं कि कहां पर पेट्रोल-डीजल के दाम कितना निर्धारित किया गया है। और दूसरा कैसे लोकसभा चुनाव से पहले ठीक पहले बड़ा तोहफा जो केंद्र सरकार है उसकी तरफ से लोगों को दिया गया है, अब आपको हाल ही में याद होगा की घरेलू सिलेंडर की कीमतों में भी कमी की गई थी, उससे भी लोगों को बहुत ज्यादा फायदा यहां पर मिला था।
Petrol diesel rate : कितना रुपया सस्ता हुआ पेट्रोल
लगातार सरकार की कोशिश यह है कि वह रोजमर्रा की चीज है और जो आम आदमी की जिंदगी से जुड़ी हुई है। उसमें कैसे सुधार किया जाए और जो महंगाई के मार है। उसे किसी न किसी तरह कम कर दिया जाए, अब खबर यह है कि ₹2 डीजल पर भी और पेट्रोल पर भी कीमत कम हो चुकी है, अब आपको याद होगा खास तौर पर मैं राजस्थान की इसीलिए भी बात करूंगा क्योंकि पिछले दिनों वहां पर जो हड़ताल की गई थी, स्ट्राइक की गई थी वहां पर एक तो पेट्रोल डीजल की कीमतें ज्यादा और दूसरा VAT (Value Added Tax) भी वहां पर बढ़ा हुआ था, अब इसी को लेकर पहले घोषणा की जाती है कि पहले वेट कम कर दिया जाय, पहले राजस्थान में और उसके बाद यह अनाउंसमेंट मिला कि पूरे देश में जो पेट्रोल और डीजल है उनकी कीमतें कम हो चुकी है। तो आप इसको और सरल भाषा में समझे की डबल फायदा राजस्थान में यहां पर लोगों को होने वाला है। अब अगर मैं आपके ओवराल समझाऊं तो डीजल की कीमतें अगर आप देखेंगे तो ज्यादातर अभी तक की जानकारी के अनुसार कहीं पर भी अब 100 के पार नहीं की गई है। पेट्रोल अभी भी देखिए जो राजस्थान है वहा पर थोड़ा महंगा हैं। लेकिन फिर भी कैसे यहां पर कम किया जाए यानि कि लोगों को और ज्यादा सहूलियत हो सके इसकी कोशिश की जा रही है। अब कहां पर पेट्रोल-डीजल की कितनी कीमत है।और कहा पर कीमत कितनी बदली है थोड़ा सा मैं आपको यह भी बता देता हूं।
पेट्रोल-डीजल की कीमत कैसे तय होती हैं
Petrol diesel rate : पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि इसकी कीमतें आखिर तक कैसे निर्धारित होती है। आज के इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब आपको दे रहे हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमत दो चीजों पर निर्भर करती है, एक अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल मतलब कच्चे तेल की कीमत और दूसरा हमारे देश में सरकारों के टैक्स के ऊपर क्रूड ऑयल के रेट पर सरकार का किसी भी तरह का नियंत्रण नहीं होता है, लेकिन टैक्स को सरकार कम या ज्यादा कर सकती है। इसका मतलब यह हुआ की जरूरत पड़ने पर सरकार टैक्स में कमी कर जनता को फायदा पहुंचा सकती है। पहले देश में तेल की कंपनियां खुद दाम तय नहीं करती थी। इसका फैसला सरकार के स्तर पर ही होता था, मगर जून 2017 से सरकार ने पेट्रोल के दाम को लेकर अपना नियंत्रण हटा लिया और यह कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में हर रोज तो उतार-चढाव होते हैं, उसके अनुसार एक ही कीमत रहेगा।
अब हम जो आपको बता रहे हैं एक उदाहरण के तौर पर, जिस रेट पर अंतरराष्ट्रीय बाजार से तेल खरीदा जाता है, उसमें करीब 50% से ज्यादा टैक्स होता है, इसमें लगभग 35% एक्साइज ड्यूटी और 15% राज्यों का वेट या फिर सेल्स टैक्स होता है। हर राज्य में अलग-अलग टैक्स होता है, इसी कारण हर राज्य में तेल के भाव आपको अलग मिलते हैं, राज्यों में 17 से 37% तक टैक्स लगाया जाता है, साथ ही इस पदार्थ का कमीशन भी जुड़ा हुआ होता है, यहां आपको बता दें कि तेल की बेस प्राइस में कच्चे तेल की कीमत और रिफाइनरी के खर्चे को भी शामिल किया जाता है।
अब एक उदाहरण के तौर पर हम समझते हैं, कि दिल्ली राज्य में इस तरह से पेट्रोल का प्राइस निर्धारित किया जाता है, यह डाटा सिर्फ आपको समझाने के लिए है और पेट्रोलियम प्लैनिंग एंड एनालिसिस के द्वारा लिया गया है। अगर हम दिल्ली की बात करें तो रिफायनरी कच्चे तेल को ₹29.34 पैसे प्रति लीटर में खरीदनी है इसमे क्रूड ऑइल की कीमत करीब 37 पैसे आती हैं और OMC (Oil Marketing Company) डीलर से ₹29.71 लेती हैं, तथा केंद्र के द्वारा ₹32.98/लिटर लगाई जाती है। इसके बाद डीलर उसे पर ₹3.69/लिटर पैसा कमीशन के तौर पर जोड़ता है। इसके बाद राज्य का वैट टैक्स या सेल्स टैक्स लगाया जाता हैं, इस उधारण मे ₹19.92 पैसा लगाया गया हैं। उसके बाद उपभोक्ता ₹86.30/लिटर देकर पेट्रोल खरीदता हैं।