Arun Goel: इलेक्शन कमिश्नर अरुण गोयल का इस्तीफा लोकसभा चुनाव के पहले उठाया ये कदम

Dewa Gupta
5 Min Read

Arun Goel Election Commissioner of India: बड़ी खबर मिल रही हैं की चुनाव आयुक्त Arun Goel का इस्तीफा राष्ट्रपति ने मंजूर कर लिया हैं, चुनाव आयुक्त ने अपने पद से इस्तीफा दिया है, और उनका इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है, और सूत्रों के मुताबिक 15 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखो का ऐलान भी किया जा सकता है, ऐसे समय में चुनाव आयोग का यह इस्तीफा चौंकाने वाला है ‘अरुण गोयल के इस्तीफा से पहले भी उनकी नियुक्ति विवादों में रही थी, और सुप्रीम कोर्ट मे भी उनका मामला गया था।

Arun Goel

यानी कि अब चुनाव आयुक्त का जो पद है वो खाली है, और ऐसा कहा जा रहा है की 15 मार्च को लोकसाभा चुनाव की तारीखो का ऐलान किया जा सकता है। और चुनाव आयुक्त ने ऐसे समय मे अपना इस्तीफा देकर सबको चौका दिया हैं। आपको हम इस बात का भी स्पष्ट कर दें की मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा उनके साथ दो और चुनाव आयुक्त होते हैं, और उनमें से एक अरुण गोयल ने अपना इस्तीफा दे दिया है।

अरुण गोयल का कार्यकाल

Arun Goel नवंबर 2022 से इस पद पर काम कर रहे थे । और उनका जो कार्यकाल है, वह 2027 तक था, अरुण गोयल भारतीय प्रशासनिक सेवा के पंजाब के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं ।

Arun Goel : विपक्षी नेताओ ने क्या कहा?

काँग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने अरुण गोयल के स्थिति पर ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ही चिंताजनक है कि चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले इस्तीफा दे दिया है। ECI जैसी संविधान का संस्था कैसे कम कर रही है और सरकार उन पर किस तरह दबाव डालती है इसमें बिल्कुल भी प्रदर्शित नहीं है। ECI को हर तरह से गैर पक्षपात होना चाहिए।

चुनाव आयोग का कार्य

निर्वाचन आयोग का कार्य चुनाव प्रक्रिया के प्रबंधन और निगरानी सुनिश्चित करना होता है। इसका मुख्य उद्देश्य निष्पक्ष, न्यायपूर्ण और संवैधानिक चुनाव सुनिश्चित करना है ताकि लोग आत्मनिर्भरता और भरोसा से अपना मत दे सकें।

  • निर्वाचन प्रणाली का प्रबंधन: चुनाव आयोग का मुख्य कार्य चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित और संगठित रूप से संचालन करना होता है। इसमें नए चुनावों का आयोजन, मतदाता सूची का तैयारी, और मतदान केंद्रों की स्थापना शामिल है।
  • नियमों और आदेशों का पालन: इस आयोग को चुनाव प्रक्रिया में नियमों और आदेशों का पूरा होना सुनिश्चित करना है। यह सभी प्रमुख पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए समान शर्तें बनाए रखने का काम करता है।
  • मतदाताओं की जागरूकता और शिकायतों का समाधान: आयोग चुनाव से पहले मतदाताओं को जागरूक करता है और उन्हें चुनाव प्रक्रिया के बारे में समझाता है। इसके साथ ही, यह शिकायतों का सुनिश्चित समाधान करता है ताकि चुनाव प्रक्रिया में कोई अनियमितता नहीं होती।
  • निर्वाचनी विज्ञान, सूचना, और तकनीकी सहायता: आयोग नवीनतम तकनीकी उपायों का उपयोग करता है, ताकि चुनाव प्रक्रिया तेजी से और सुरक्षित रूप से हो सके। यह विज्ञान, सूचना, और तकनीकी समर्थन के माध्यम से चुनावों को मोड़ने में मदद करता है।
  • चुनावी प्रचार निगरानी: आयोग चुनावी प्रचार के क्षेत्र में निगरानी रखता है, ताकि उपयुक्त नियमों का पालन हो सके और चुनावी प्रचार नियमित और न्यायपूर्ण हो सके।

चुनाव आयोग कौन-कौन से चुनाव कराता हैं 

निर्वाचन आयोग भारत में विभिन्न स्तरों के चुनावों का आयोजन कराता है। यह लगभग भारत के सभी चुनावों का आयोजन कराता हैं जैसे –

  • लोकसभा चुनाव: लोकसभा चुनाव, जो भारत के सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में होते हैं, इसका भी आयोजन निर्वाचन आयोग ही करता है।
  • राज्यसभा चुनाव: राज्यसभा के सदस्यों के लिए चुनाव भी निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष रूप से किए जाते हैं।
  • राज्य विधानसभा चुनाव: निर्वाचन आयोग विभिन्न राज्यों में राज्य विधानसभा के चुनाव का आयोजन करता है।
  • नगरपालिका और पंचायती राज चुनाव: नगरपालिका चुनाव और पंचायती राज चुनाव भी निर्वाचन आयोग द्वारा कराए जाते हैं। इन चुनावों में स्थानीय स्तर के प्रतिनिधियों का चयन होता है।
  • उपराष्ट्रपति चुनाव: भारत में उपराष्ट्रपति का चयन भी निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाता है।
  • राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के निगमों के चुनाव: निगमों के मेयर, नायब मेयर, और निगम सदस्यों के चयन के लिए भी निर्वाचन आयोग जिम्मेदार होता है।

इन सभी चुनावों का आयोजन और निगरानी निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी है, ताकि चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष, न्यायपूर्ण, और संवैधानिक रूप से संचालित हो सके।

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